नो वन किल्ड न्यूज !: दिल्ली में इन दिनों जितना ठंड और कुहरा है उससे कहीं ज्यादा सिनीसिज्म का उत्ताप है। एक हताशा, एक निराशा है। इस हताशा और निराशा के बीच धीरे-धीरे लोग आदी हो चले हैं। भ्रष्टाचार हमारे मीडिया की अब उसी तरह की नित्य फीचर कथा है जिस तरह वह सुबह-सुबह ज्योतिष सितारे और टेरोकार्ड के फीचर देता है। इस तरह भ्रष्टाचार अब मीडिया का वैसा ही नित्य आइटम है जिस तरह फिल्म हैं, स्वास्थ्य है। यह भ्रष्टाचार का उपभोग है ।
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