टेलीविजन के मठाधीश से गिरे तो नेताजी पर अटके: "न्यू मीडिया – यूथ मीडिया की संभावनाओं और चुनौतियों पर खालसा कॉलेज में कल सेमिनार संपन्न हुआ. आमंत्रण पत्र में मुख्य वक्ता के रूप में जिन वक्ताओं के नाम थे, उसमें आधे से अधिक लोग नहीं आये.
वक्ता के रूप में पहला नाम अजीत अंजुम का था, लेकिन वो उस सेमिनार में नहीं आये. यह दूसरी बार देखने में आ रहा है जब किसी सेमिनार में अजीत अंजुम का नाम वक्ता के रूप में आया , लेकिन वे सेमिनार में नहीं आये. पहले ऐसा एक बार यात्रा प्रकाशन/मोहल्ला/जनतंत्र द्वारा आयोजित ‘बहसतलब’ में भी उनका नाम वक्ता की सूची में दिखाई दिया था. लेकिन बाद में सेमिनार में वे नहीं दिखाई पड़े. अंतिम मौके पर उनका नाम आमंत्रण सूची से गायब हो गया. उसके पहले बहुत दिनों तक उनका नाम और चेहरा वेबसाईट पर चमकता रहा.
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