Search This Blog
Tuesday, July 27, 2010
मीडिया खबर.कॉम के संपादक को मिली धमकी
आज़ाद न्यूज़ या इसके किसी भी व्यक्ति के खिलाफ ख़बर करोगे तो जान से जाओगे. यह धमकी पिछले कुछ दिनों से लगातार मीडिया ख़बर.कॉम के संपादक को मिल रही है. धमकी फ़ोन से दी जा रही है. यह फ़ोन बार - बार आ रहा है. फ़ोन का नंबर है - (+911203140856 / +911204262205). फ़ोन के जरिये धमकाया जा रहा है कि कमलकांत गौरी (इनपुट हेड), रवींद्र शाह (आउटपुट हेड), नवीन सिन्हा (पॉलिटिकल एडिटर) या हिंदी समाचार चैनल आज़ाद न्यूज़ के खिलाफ कुछ भी लिखा तो अच्छा नहीं होगा. अंजाम बुरा होगा. कुछ भी हो सकता है. कुछ भी...
मीडिया खबर.कॉम के संपादक की खता इतनी है कि कुछ वक़्त पहले मीडिया खबर पर मिशन आज़ाद नाम से कुछ स्टोरीज प्रकाशित की गयी थी. उसमें चैनलों के अंदर चल रहे फर्जीवाड़े और उसमें संलिप्त ऊँचे पद पर बैठे कई कथित पत्रकारों का पर्दाफाश किया गया था. चैनलों के अंदर की अव्यवस्था, पत्रकारों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार और श्रम कानूनों के उल्लंघन को बेनकाब किया गया था. हालाँकि किसी खास व्यक्ति का नाम नहीं दिया गया था. इससे कुछ लोग खफ़ा थे. लिहाजा, इन लोगों ने साम, दाम, दंड, भेद हर तरीके से ख़बरें रूकवाने की कोशिश की. लेकिन जब खबर रूकवा नहीं पाए तो ओछेपन पर उतर आये. पहले अलग - अलग माध्यमों से धमकाया गया. फिर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गयी. चैनल का रूतबा दिखाकर पुलिस से पिटवाना चाहा. लेकिन जब कुछ नहीं कर पाए तो लगे फ़ोन से धमकी देने.
इसके पहले आज़ाद न्यूज़ के इनपुट हेड कमलकांत गौरी, आउटपुट हेड रवींद्र शाह और पॉलिटिकल एडिटर नवीन सिन्हा ने मीडिया खबर.कॉम को मेल के जरिये नोटिस भेजा था जिसका जवाब मीडिया खबर के लीगल सेल की तरफ से दे दिया गया. लेकिन इस बीच, मीडिया खबर के संपादक पुष्कर पुष्प को डराने और धमकाने की कोशिशें लगातार जारी रहीं. घर पर गुंडे भेजे गए. नोटिस मिला है की नहीं. यह पूछने के लिए कई लोगों को मीडिया खबर के संपादक के घर भेजा गया. यह लोग सफ़ेद रंग की कार से आये. कार में कई लोग थे. इनका मकसद नोटिस के बारे में पूछना नहीं बल्कि टोह (रेकी) लेना था. यदि नोटिस के बारे में ही पूछना था तो फोन करके या मेल के जरिए पूछा जा सकता था। मुंहज़बानी पूछने का क्या मतलब? यदि पूछने ही आये तो कार भर के आदमियों के साथ क्यों आये? उसके बाद भी कई संदिग्ध लोगों का आना - जाना जारी रहा. इसके बाद मीडिया खबर.कॉम के संपादक ने पांडव नगर थाने में शिकायत दर्ज करवायी. शिकायत की कॉपी साथ में संलग्न है. पुलिस के आला अधिकारियों से भी मुलाकात की गयी और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत करवाया गया. शिकायत की विषय सामग्री इस तरह से है :
To,
The SHO,
Pandav Nagar,
Delhi 110092
Subj: Intimidation & threat to my personal safety
Dear Sir,
With due respect I submit that am a journalist & an editor-in-chief of a website www.mediakhabar.com, R/O …………………………………………………………………….. Recently, we published some reports pertaining to some investigations we conducted, which I cant elaborate on here as they were confidential in nature. However, in the aftermath of those reports being published some people were discomfited. They issued me a legal notice, which my lawyers are perusing and will proceed accordingly.
What I wish to bring to your notice by way of this complaint is the trespassing & intimidation tactics employed by these elements (1. Kamal Kant Gouri S/o Shri Ujjal Singh Gouri , Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi. 2. Ravindra Shah S/o Late Shri G G Shah, Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi. 3. Nabin Sinha S/o Late Shri Nagendra Prasad, Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi.) to threaten me surreptiously while my lawyers are pursuing the matter already. These elements sent some people over to my residence, uninvited to check if I had recieved a copy of the notice who then proceeded to do a recce of my neighborhood, which I found very unusual & suspect. Their business rivalry aside, they had no right to visit my premises uninvited or unsupervised and may please be cautioned to keep their distance from me
.By way of this complaint I want to bring to your notice the fact that my personal safety & security could be endangered & if any untoward incident were to take place, I would wish for you to investigate these elements’ role in the same. (1. Kamal Kant Gouri S/o Shri Ujjal Singh Gouri, Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi. 2. Ravindra Shah S/o Late Shri G G Shah, Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi. 3. Nabin Sinha S/o Late Shri Nagendra Prasad, Corporate Office- Lane W-17A, House No.18, Western Avenue, Sainik Farms, South, New Delhi.) I would also request for you to provide me with some extra security or access to my beat constable on a frequent basis, so I feel more at ease. Look forward to your co-operation on the same.
Regards,
Pushkar Pushp
+91 9999 177 575
उसके बाद से फोन आने का सिलसिला शुरू हुआ. फोन करके मीडिया खबर के संपादक को कहा गया कि तुम्हारा घर देख लिया है. अब बाहर निकलो तो बताते हैं. बहुत रिपोर्ट लिखते हो. वेबसाईट बंद करवा देंगे. अभी तो नोटिस ही भेजा है. अब घर में घुस कर मारेंगे. तब अपनी रिपोर्ट बनाकर साईट पर लगाना. फिर भद्दी गालियों की बौछार की गयी. इससे भी मन नहीं भरा तो उठवा लेने की धमकी दी गई. यानी, डराने-धमकाने की हरसंभव कोशिश की गयी. गौरतलब है कि इन लोगों का मारपीट का इतिहास रहा है. कुछ वक़्त पहले आज़ाद न्यूज़ के दफ्तर में अलीगढ़ के स्ट्रिंगर चंद्रशेखर मिश्रा को बुलाकर बेदर्दी से उनकी पिटाई की गयी थी. चंद्रशेखर अपने हक के पैसे वापस पाना चाहते थे. लेकिन, पैसे तो वापस नहीं मिले. बदले में मिला लात, जूता और घूँसा. बाद में उन्होंने थाने में एफआईआर दर्ज करवायी. उस स्ट्रिंगर ने बयान दिया था कि आजाद में ऊँचे पद पर बैठे कई पत्रकारों ने उसके साथ खुद मारपीट की. चैनल के आउटपुट हेड रवींद्र शाह का भी स्ट्रिंगर ने नाम लिया था.
मीडिया खबर.कॉम के संपादक ने कहा कि ऐसी किसी भी धमकी के आगे हमलोग नहीं झुकने वाले हैं. यह वर्चुअल स्पेस पर हमला है. नयी मीडिया से जुड़े लोगों के प्रति एक खतरनाक प्रवृति की शुरुआत है. मीडिया वेबसाईट को कुचलने की साजिश है और इसका प्रतिरोध जरूरी है. मीडिया से जुड़ी तमाम वेबसाइटों पर सभी पक्षों को समान रूप से जगह दी जाती है. यह खुला मंच है. यदि आप किसी वेबसाईट की रिपोर्ट से इत्तफाक नहीं रखते तो कलम के जरिए विरोध कीजिये. प्रतिकार का यह कैसा तरीका है?
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
पुष्कर जी से अभी मैंने बात की है जिससे मुझे आभास हुआ की उनकी लड़ाई अमानवीय व्यवहार और कार्यों के खिलाप है और ऐसा लड़ाई लड़ने वाला व्यक्ति निश्चय ही साहसिक और इस देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति से भी ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य कर रहा होता है | अमानवीय व्यवहार इंसानियत को शर्मसार करता है और ऐसा करने वाला चाहे जितनी उचाई पे बैठा हो उसके खिलाप आवाज उठनी चाहिए तब तक जब तक अमानवीय व्यवहार करने वाला अपने व्यवहार को सही न करे और अपनी गलती के लिए माफ़ी न मांगे | आज इस तरह के प्रयासों की सख्त जरूरत है | अतः हम सभी को पुष्कर जी की हरसंभव तन,मन,धन व अपनी योग्यता से सहायता व सहयोग जरूर करनी चाहिए | आप लोग भी पुष्कर जी को उनके मोबाईल -09999177575 पर फोन कर उनका हौसला जरूर बढायें और जरूरत पड़ने पर उनकी सहायता में पूरी ईमानदारी से तत्पर रहें | पुष्कर जी आप चिंता न करें आपके लड़ाई में हर सच्चा,अच्छा,इमानदार व देशभक्त नागरिक,IAS ,IPS सब आपके साथ हैं | अभी अच्छे और सच्चे लोग जिन्दा हैं |
ReplyDelete