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Sunday, February 27, 2011

भारतीय संस्कृति में पत्रकारिता के मूल्य : पहला दिन

भारतीय संस्कृति में पत्रकारिता के मूल्य : पहला दिन: "ज्ञानार्जन भारत की परंपराः आरिफ मोहम्मद खान भोपाल 22 फरवरी। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान का कहना है कि भारत की परंपरा, ज्ञान की परंपरा है, प्रज्ञा की परंपरा है। भारतीय संस्कृति का सारा जोर ज्ञानार्जन पर है। वे यहां “भारतीय संस्कृति में पत्रकारिता के मूल्य” विषय पर माखन लाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संविमर्श में मुख्य वक्ता की आसंदी से बोल रहे थे।

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