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Sunday, February 27, 2011

आम सरोकारों से दूर होती पत्रकारिता

आम सरोकारों से दूर होती पत्रकारिता: "पत्रकारिता के माएने बदल चुके है,ये बात अक्सर सुनने को मिलती है। जब कभी पत्रकारिता के महारथियों से आज की पत्रकारिता के विषय में पूछा जाता है तो उनका यही जबाब होता है कि पत्रकारिता में विज्ञापन,पैसे,बाजार का महत्व बढा है।

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