न्यूज एंकरिंग स्पेस पर महिलाओं का वर्चस्व: "सत्तर के दशक में ब्रिटिश टेलीविजन में महिला एंकर एंजिला रिपन और अन्ना फोर्ड नियमित तौर पर समाचार पढ़ने लगीं तो यह आम लोगों के साथ-साथ प्रेस के लिए भी बड़ा अजूबा बना। समाज में एक नई भूमिका के साथ मैदान में उतरी ये महिलाएं चुटकुलों, तस्वीरों और द्विअर्थी टिप्पणियों का शिकार बनीं। उनकी लिपस्टिक और टेबल के पीछे छिपी टांगों पर छींटाकशी होती रही। यहां तक कहा गया कि टीवी के स्क्रीन पर खबर पढ़ रही महिला को देखकर पुरुषों की आंखें फिसलती हैं। ऐसे में खबर पर ध्यान को टिकाना सहज नहीं हो पाता और खबर भी सिर्फ खबर भर नहीं रह पाती। लेकिन इस कटाक्ष के बावजूद महिलाएं खटाखट खबर पढ़ती गईं और धीरे-धीरे पूरी दुनिया में भी स्वीकार्य होती चली गईं।
- Sent using Google Toolbar"
No comments:
Post a Comment