आज सम्पूर्ण देश एकजुट होकर सैनिकों का अभिनन्दन कर रहा है जो हमारे जीवन को डर से दूर और सुरक्षित रखते है| जब हम सोते है तो वो जाग कर हमें खतरों से बचाते हैं| जिन कष्टों को सहन कर वो हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते है इसके लिए देश के नागरिक उन्हें याद करते है| प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हाल में मनकी बात के माध्यम से देशवासियों से यह आग्रह किया है कि सेना और सुरक्षा बलों के कर्मियों को की शुभकामनाये भेंजे जिससे उनका मनोबल बढेगा| श्री मोदी ने कहा कि “मैं लोगों से आह्वान करता हूँ कि वो हमारे सैनिकों – सेना, नौसेना बलों, वायु सेना और सभी सुरक्षा बलों को दीपावली की शुभकामनाएँ भेज कर उनका मनोबल बढ़ाये|”
प्रधानमंत्री मोदी के #Sandesh2Soldiers अभियान ने जनता का दिल जीत लिया और धार्मिक गुरुओं को भी सैनिकों का मनोबल बढाने के लिए प्रभावित किया| परम पूज्य संतों ने इस पावन अवसर पर अपनी सेनाओं का आभार व्यक्त करने का फैसला किया| दिवाली पर सर्वधर्म संत सैनिकों के साथ देश की एकता, अखंडता, अमन चैन व खुशहाली की प्रार्थना करेंगे और उन्हें आशीर्वाद प्रदान करेंगे|
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती जी, अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक जैनाचार्य डा. लोकेश मुनि जी, अकाल तख़्त के प्रमुख जत्थेदार भाई ज्ञानी गुरबचन सिंह जी, अखिल भारतीय इमाम संगठन के अध्यक्ष इमाम उमेर अहमद इलियासी जी व बंगला साहिब गुरुद्वारा दिल्ली के चेयरमैन श्री परमजीत सिंह चंडोक जी, भारतीय सेना जो अपनी वीरता और कर्तव्यनिष्ठा के लिए मशहूर है उनकी उपस्थिति में तिरंगा झंडा हाथों में लेकर पैदल मार्च करेंगे|
पूरी सतर्कता के साथ राष्ट्र की रखवाली करने वाले सैनिकों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करने के लिए सर्वधर्म संत 29 अक्टूबर को वाघा बॉर्डर पर जायेंगे| सभी संत सुबह अमृतसर पहुंचेंगे और स्वर्ण मंदिर हरमिंदर साहिब पर विशेष प्रार्थना में भाग लेंगे और फिर वाघा बोर्डर पर जाकर सैनिकों और हजारों देशभक्तों को संबोधित करेंगे| यह गौरव और सम्मान का प्रतीक संत सैनिकों के साथ बाँटना चाहते है| दिवाली के पावन अवसर पर संत सैनिकों के प्रति अपना समर्थन प्रेषित करेंगे| संत दिल से यह कहना चाहते है कि जब देश दिवाली मन रहा है तो सैनिक सीमाओं पर अकेले नहीं है|
हम सैनिको के प्रति सम्मान और गौरव की इस यात्रा में आपको आमंत्रित करना चाहते है| सेनाएं दुशमनों से रक्षा करने के लिए सदैव तैनात रहती है| यह वो अवसर है जब हम उन्हें बताएं कि हम उनके साथ खड़े है और उनके लिए भी दिवाली पर दीप जलाएंगे| हम उन्हें#Sandesh2Soldiers के माध्यम से भी सन्देश भेज सकते है|
हम मीडिया को इस ऐतिहासिक अवसर पर आमंत्रित करते है| आपके सहयोग के बिना यह अभियान मुमकिन नहीं| हम हर सैनिक के परिवार को यह विश्वास दिलाना चाहते है कि हमें उनकी चिंता है| मीडिया कर्मियों से अनुरोध है कि इस सन्देश को देश और दुनिया में प्रसारित करें|
इसीलिए दिन व समय याद रखे : 29 अक्टूबर, शाम 4 बजे वाघा बॉर्डर, अमृतसर
आप twitter पर भी अपना सन्देश भेज सकते है : #Sandesh2Soldiers: PP Muni Chidanandji (@pujyaswamiji) PP Acharya Lokesh Muni (@munilokesh) Rsp Imam UmerIlyasi ( @imam_ilyasi)
सधन्यवाद,
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