इंटरनेट पर अखबार देखना 'चम्मच से चावल खाना' है: भले इंटरनेट ने मीडिया की दुनिया बदल दी हो. इंटरनेट क्रांति ने खबरों को पढ़ना सुलभ कर दिया हो. लेकिन अब भी परम्परागत तरीके से ख़बरों को पढ़ने का तरीका नहीं बदला है. अब भी सुबह की खबरों को पढ़ने के लिए अखबार का इंतजार रहता है.
- Sent using Google Toolbar
No comments:
Post a Comment