आइए इस धर्मयुद्ध में प्रोतिमा का साथ दे: जागरण पब्लिकेशन के स्वामित्व वाले अंग्रजी टेबलायड मिड डे के दिल्ली संस्करण के बंद होने के कारण बवाल खड़ा हो गया है.लगातार घाटे में चलने के कारण मिड-डे ने अपने दिल्ली और बंगलुरू संस्करण को बंद कर दिया.कंपनी के सीइओ मंजोत घोषाल ने मिड -डे के दिल्ली और बंगलुरु संस्करण के बंद होने की सूचना अपने सभी लोगों को दे दी है.मिड-डे में काम कर रहे लोग अचानक से सड़क पर आ गए.न जाने कितने लोग,और कितने परिवार का पेट इस अखबार से चल रहा था मगर अब सभी अखबार प्रबंधन के इस निर्णय से बेकार हो गए.मगर मामला सिर्फ नौकरी का ही नहीं है.नौकरी तो आज न तो कल मिल ही जायेगी.मगर अपने घर से हज़ार किलोमीटर से ज्यादा को दूरी पर सिर्फ नौकरी के भरोसे बैठे लोगों के लिए यह तो मुंह न निवाला छिनना जैसा है.
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