Search This Blog

Wednesday, August 31, 2011

कहीं जनता के विश्वास का फिर चीरहरण तो नहीं होगा ?

कहीं जनता के विश्वास का फिर चीरहरण तो नहीं होगा ?: वी.डी.सी. , प्रधानी , स्कूल , ईंट का भट्टा , और राशन - तेल का कोटा भी उन्ही के पास है ! उनकी कई गाड़ियाँ चलती है ! कंधें पर दू-नाली लाइसेंसी बन्दूक लटकाए उनके आदमी हाट - बाजार के दुकानदारों से जबरन चुंगी वसूलने के लिए आते है ! अपनी ताक़त का एहसास कराने के लिए बाजार में घुसने से पहले वो हवाई फायर भी करते है ! सब कुछ वो ब्लैक कर देते है ! घर में बेटी की शादी हो तो भी हमें हर जरूरी सामान ब्लैक में ही खरीदना पड़ता है !

- Sent using Google Toolbar

No comments:

Post a Comment