न्यूज़ चैनलों पर घटनाओं को तमाशा बनाने का खेल: "बीते एक-डेढ़ महीने का समय खबरों के लिहाज से काफी हलचलों वाला रहा। अन्ना के आंदोलन की खबरें अभी शांत हुई भी नहीं थीं कि शांति भूषण और सीडी का मामला गरमाने लगा। इसी बीच सत्य साईं बाबा का निधन हो गया। इसके तुरंत बाद ब्रिटिश राजकुमार विलियम और केट की शादी दुनिया भर में मीडिया की सुर्खियों में छा गई। इसको मीडिया पूरे तामझाम के साथ कवर कर ही रहा था कि ओसामा बिन लादेन के मारे जाने की खबर आ गई। इसकी रिपोर्टिग जारी ही थी कि ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल में किसान असंतोष के बाद हिंसा हो गई। इससे जुड़ी खबरें चल ही रही थीं कि पांच राज्यों की विधानसभाओं के नतीजे आ गए। जब तक मीडिया, खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एक मौके को ठीक से कवर कर पाता, इससे पहले ही उसे दूसरी खबर की तरफ दौड़ना पड़ा।
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