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Sunday, April 17, 2011

कथादेश के मीडिया विशेषांक से ध्वस्त होती कई परम्पराएँ

कथादेश का मीडिया विशेषांक - राडिया का अंधेरा है तो विकिलीक्स का उजाला भी

कथादेश का मीडिया विशेषांक : कवर पेज

कथादेश का मीडिया विशेषांक : कवर पेज

यह खालिस पत्रकारिता है। बिलकुल रॉ। कोई लाग लपेट नहीं. बिलकुल सीधी. खरी – खरी, सपाट, नंगी. यह विकीलीक्स की पत्रकारिता है. यह उस व्यक्ति की पत्रकारिता है, जिसने कॉर्पोरेट दलाल नीरा राडिया और नेताओं, अफसरों और पत्रकारों की बातचीत के टेप यूट्यूब और फेसबुक पर डाल दिए. जिसे डाउनलोड करके कई लाख लोगों ने राडिया टेप के बारे में जाना, जबकि पांच महीने तक मुख्यधारा का प्रेस और चैनल इन टेप पर बैठे थे और इनके बारे में एक शब्द भी बोलने – बताने को तैयार नहीं थे.


कथादेश के मीडिया विशेषांक के संपादकीय की यह कुछ शुरूआती पंक्तियाँ है. अंक के केन्द्रबिंदु में – ‘राडिया और विकीलीक्स के दौर में मीडिया’ विषय है.

हाल ही में स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज, जेएनयू में इसका लोकार्पण हुआ. इस अंक के अतिथि संपादक स्वतंत्र पत्रकार और विश्लेषक दिलीप मंडल और मोहल्ला लाईव के संपादक अविनाश हैं. आगे पढ़ें>>>
http://mediakhabar.com/index.php/print/97-magazines/1841-kathadesh-media-issue.html

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