ललियाः एक दलित चरित्र की विदाई: "ए ठकुराइन, हमहुं तो छोट जात के ही हैं,हम कौन बाभन-राजपूत हैं,लाइए न हमहीं कर देते हैं। अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजौ की प्रधान चरित्र ललिया के इस संवाद से उसका जो परिचय हमारे सामने आता है,वह करीब दो साल तक चलनेवाले इस सीरियल पर बात करने के दौरान मेनस्ट्रीम मीडिया में कभी नहीं आया।
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