भारत में भाग्य के सहारे जीने वालों की संख्या कम नहीं है। हर जगह भाग्य वांचने वालों की चाँदी है। भाग्य के सहारे लोग दिन में भी टाटा-बिरला बनने के सपने देखने से गुरेज नहीं करते हैं। इस तरह के माहौल में कर्म पर भरोसा बिरले ही करते हैं। उन बिरलों में से ही एक है-22 साल की अनीता कुमारी।
Media Khabar – Hindi Journalists News – News in Hindi by Media Khabar
No comments:
Post a Comment