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Friday, June 3, 2011

रेडियो प्रेजेंटर 'नईम अख्तर' की जान को खतरा, कुछ हुआ तो ज़िम्मेदार अरुण जोशी

रेडियो प्रेजेंटर 'नईम अख्तर' की जान को खतरा, कुछ हुआ तो ज़िम्मेदार अरुण जोशी: "रेडियो प्रेजेंटर 'नईम अख्तर' अल्पसंख्यक है, इसलिए उसे जिहादी करार दो!

रेडियो प्रेजेंटर 'नईम अख्तर'स्टार न्यूज़ में 'सायमा सहर' और ज्ञानवानी में 'नईम अख्तर'. यूँ दोनों की कहानी अलग - अलग है. लेकिन दोनों की कहानी में कुछ चीजें 'कॉमन' है. दोनों अल्पसंख्यक समुदाय से हैं और दोनों अपने संस्थान की मारी हैं. दोनों के साथ अन्याय हुआ और अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाने पर बतौर सजा संस्थान से बाहर निकाल फेंका गया. इनके साथ अन्याय करने वाले एसी की ठंढी हवा में सुकून से आराम फरमा रहे हैं और सायमा और नईम अख्तर इंसाफ के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही हैं. लेकिन इंसाफ तो दूर , इंसाफ की एक किरण भी दूर - दूर तक दिखाई नहीं दे रही है. दोनों संस्थान के आला अधिकारी कुम्भकर्णी नींद में सो रहे हैं. इन्हें सायमा और नईम अख्तर की आवाज़ सुनाई ही नहीं पड़ रही है या फिर ये सुनना ही नहीं चाहते. आपातकाल में कुंभकर्ण को जगाने के लिए जैसे ढ़ोल - बाजा बजाया जाता था शायद मद में चूर ज्ञानवानी के अफसरों को जगाने के लिए भी ऐसा ही कुछ करना पड़ेगा. रविवार 22 मई को स्टार न्यूज़ के आला अधिकारीयों को जगाने के लिए जब स्टार न्यूज़ के दफ्तर के सामने नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया था तो हड़कंप मच गया. क्या ऐसा ही कुछ इग्नू के रेडियो चैनल 'ज्ञानवाणी' के सामने भी करना पड़ेगा. तभी शायद इनकी तंद्रा टूटे.

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