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Thursday, April 30, 2009
चुनाव-पर्व आयो,पत्रकारों को भायो
चुनाव नेता-आधारित पर्व है, लेकिन इसमें नेताओं के साथ भ्रष्टाचारी, बाहुबली, बुद्दिजीवी, खेत-खलिहान में काम करने वाले किसान सभी जुड़ते जाते हैं। यानी यह चुनाव का महापर्व आम आदमी का महापर्व बन जाता है। इसमें सबसे ज्यादा पत्रकार जुड़ते हैं, क्योंकि राजनीति और पत्रकारिता का सम्बंध चोली-दामन का सम्बंध होता है। जब चुनाव का पर्व प्रारम्भ होता है और उत्सव चलता रहता है, तो पत्रकार उसमें इतने व्यस्त हो जाते हैं और उत्सवी चकाचौंध के अंग बन जाते हैं कि साहित्य की झिलमिलाहट उन्हैं दिखाई ही नहीं पड़ती । आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर।
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=116&tid=958
Tuesday, April 28, 2009
समाचार चैनलों में साहित्य के नाम पर लोगों की भृकुटियाँ चढ़ जाती है
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=36&tid=954
Monday, April 27, 2009
महिलाओं के लिए राजनीति की डगर अभी भी कठिन है
कहते हैं कि स्त्री और पुरुष एक सिक्का के दो पहलू हैं, लेकिन भारत में हकीकत ठीक इसके उलट है। आज भी भारत में महिलाओं के साथ जिंदगी के हर कदम पर दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है। उन्हें पुरुषों के समकक्ष कभी नहीं समझा जाता। भले ही आज तस्वीर थोड़ी सी बदल गई है, फिर भी हालात आज भी शोचनीय है।
कितनी बड़ी उलटबाँसी है कि 21 वीं सदी के इस दौर में भी औरत को डायन बता कर मारा जा रहा है। कन्या भ्रूण को जन्म लेने के पहले ही मौत की नींद सुलाया दिया जाता है। आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर।
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=30&tid=950
वो सुबह कब आयेगी
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=113&tid=953
Saturday, April 25, 2009
हिंदी न्यूज़ चैनल सीएनईबी के एक साल पूरे हुए
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=63&tid=947
Thursday, April 23, 2009
लोकतंत्र का महापर्व और मीडिया
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=33&tid=939
Monday, April 20, 2009
टेलीविजन के लिए आईपीएल-2 का पहला दिन रहा फ्लॉप शो
आगे मीडिया ख़बर पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=60&tid=935
Sunday, April 19, 2009
बुरा मानों या भला : हे देवियों, जरा बापू को याद करो > खुशवंत सिंह को हो क्या गया है।
Saturday, April 18, 2009
80 घंटे तक टीवी देखकर बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=66&tid=928
Thursday, April 16, 2009
राखी, मीडिया और स्वयंवर
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=33&tid=917
सहारा ने लोकसभा चुनाव के लिए वेबसाइट लॉन्च किया
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=63&tid=919
Tuesday, April 14, 2009
टोटल टीवी के सर्वेक्षण में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=59&tid=911
जूता, कांग्रेस और अपराध बोध
नेता और जूता। क्या नेताओं को जूते की भाषा में तौला जायेगा। जो जरनैल ने किया वो कतई अशोभनीय था। पत्रकार की पहचान जूता नहीं कलम है। जरनैल अपने इमोशन पर काबू नहीं ऱख पाये इस पर उन्होने खेद भी जताया।
जरनैल का ये जूता चिदंबरम को भले न लगा हो मगर जनता भांप गयी जूता किस पर फेंका गया था। जूता चिदंबरम पर नहीं कांग्रेस की उस ......
आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर।
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=113&tid=907
Monday, April 13, 2009
टीआरपी का नया सितारा - वरुण गाँधी
भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता वरुण गाँधी से संबंधित खबरें आजकल खूब टीआरपी बटोर रही है। यही वजह है कि वरुण गाँधी न्यूज़ चैनलों के प्राइम टाइम पर छाए हुए हैं.
मीडिया पर शोध करने वाली सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज ने यह बात कही है। आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=60&tid=906
फिजी में मीडिया पर सेंसर
फिजी की मीडिया पर वहां की सैन्य सरकार ने कई तरह के प्रतिबन्ध लगा दिए हैं जिससे वहां की मीडिया अब स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से कुछ नहीं कह पाएगी। आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर।
लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=42&tid=904
एडमिशन एलर्ट - माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय
एडमिशन एलर्ट - माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय - सोमवार, 13 अप्रैल, 2009
विज्ञापन एवं जनसंम्पर्क पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रारंभ
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित एम.ए- विज्ञापन एवं जनसंम्पर्क पाठ्यक्रम में सत्र 2009-2010 के लिये प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो गयी है। प्रवेश के लिये आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अप्रेल 2009 है । आगे मीडिया ख़बर.कॉम पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=39&tid=905
बाजार में संचार प्रौद्योगिकी और उसके नकारात्मक प्रभाव-
संजय द्विवेदी, रीडर, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय, सोमवार, 13 अप्रैल, 2009
सूचना नहीं सूचना तंत्र की ताकत के आगे हम नतमस्तक खड़े हैं। यह बात हमने आज स्वीकारी है, पर कनाडा के मीडिया विशेषज्ञ मार्शल मैकुलहान को इसका अहसास साठ के दशक में ही हो गया था। तभी शायद उन्होंने कहा था कि ‘मीडियम इज द मैसेज’ यानी ‘माध्यम ही संदेश है।’ मार्शल का यह कथन सूचना तंत्र की महत्ता का बयान करता है। आज का दौर इस तंत्र के निरंतर बलशाली होते जाने का समय है। नई सदी की चुनौतियां इस परिप्रेक्ष्य में बेहद विलक्षण हैं। पिछली सदी ने सूचना तंत्र के उभार को देखा है, उसकी ताकत को महसूस किया है। aआगे मीडिया ख़बर.कॉम पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=33&tid=889
Sunday, April 12, 2009
महीने का ब्लॉग - चोखेरबाली
Thursday, April 9, 2009
राजेंद्र माथुर होने का मतलब : पुण्यतिथि ( 9 अप्रैल, 1991) पर विशेष
भारत के लिए विश्व बैंक
विश्व बैंक की शर्तो के तहत गरीबी हटाने के नाम पर किए गए ढांचागत समायोजन कार्यक्रमों के परिणाम अब सर्वत्र दिखाई देने लगे हैं । भारत विश्व बैंक के ४ सर्वाधिक बड़े कर्जदारों में शामिल है । नव-उपनिवेशवादी नीतियों के कारण देश की ६५ प्रतिशत आबादी का भरण-पोषण करने वाला कृषि क्षेत्र आज दयनीय हालत में है । हरित क्रांति की आत्ममुग्धता के बावजूद खाद्यान्न आत्मनिर्भरता लगातार कम हो रही है । विदेशी मुद्रा भण्डार का बड़ी मात्रा में उपयोग अनाज, दलहन और खाद्य तेलों के आयात में हो रहा है । पूरा लेख मीडिया ख़बर.कॉम पर । लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=115&tid=881
यूपीए को फायदा, एनडीए को झटका, मायावती के पास सत्ता की चाभी
Tuesday, April 7, 2009
तेजेन्द्र शर्मा की कहानियों के पात्र नया रास्ता तलाशते हैं : कृष्णा सोबती
पत्रकार ने गृहमंत्री चिदंबरम पर जूता फेंका
Monday, April 6, 2009
मीडिया सर्वे : राजनीतिक पत्रकारिता पर खास सर्वे (Media survey on political journalism)
मीडिया पर केंद्रित हिन्दी की मासिक पत्रिका मीडिया मंत्र अपने वेब पार्टनर मीडिया ख़बर.कॉम के साथ मिलकर राजनीतिक पत्रकारिता पर केंद्रित एक सर्वे करवा रहा है. कृपया आप भी इस सर्वे में भाग लें और वोट करें. वोट करने की प्रक्रिया बेहद आसान है और बमुश्किल इसमें एक मिनट का समय लगेगा. अपना अमूल्य समय देने के लिए धन्यवाद. वोट करने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें. http://www.esurveyspro.com/Survey.aspx?id=551736d4-b678-4a8d-9143-2d5754bc1c05
यदि कोई samshya आती है तो आप मीडिया ख़बर.कॉम (http://mediakhabar.com/) के वेबसाइट पर जाकर अपना वोट डाल सकते हैं. यदि फिर भी कोई समस्या हो तो हमें मेल करें. आप हमसे 09999177575 पर संपर्क भी कर सकते हैं. इसके पहले मीडिया मंत्र और मीडिया ख़बर.कॉम ने मुंबई में हुई आतंकवादी घटनाओं के सीधे प्रसारण के औचित्य और समाचार चैनलों में काम करने वाली महिलाओं को केंद्र में रखकर एक सर्वे करवाया था जो बेहद सफल रहा. पूर्व में हुए सर्वे के विस्तृत परिणाम को आप मीडिया खबर.कॉम पर जाकर देख सकते है. लिंक : http://www.mediakhabar.com/topics.aspx?mid=107
Saturday, April 4, 2009
Friday, April 3, 2009
आतंकवादी के लाईव फोनों का कोई जस्टिफ़िकेशन सही नही
आनंद प्रधान जाने-माने मीडिया विश्लेषक हैं। मीडिया और पत्रकारिता से जुड़े कई मुद्दों पर उनके लेख अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित तौर पर छपते रहे हैं। इन्होने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पीएचडी की है और उनके शोध का विषय था - प्रिंट मीडिया और आतंकवाद (पंजाब समस्या के विशेष सन्दर्भ में)। फिलहाल वे भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली में बतौर सह - प्राध्यापक कार्यरत हैं। मुंबई में हुई आतंकवादी घटना के सीधे प्रसारण के मुद्दे पर उनकी राय : पूरा लेख मीडिया खबर.कॉम पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=34&tid=837
कुपोषण ने फिर से मध्यप्रदेश में कसा अपना शिकंजा
गैर सरकारी संगठन “बचपन” के हालिया किए गए सर्वेक्षण के आंकडों पर यदि यकीन किया जाए तो मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पर भी कुपोषण का साया मंडरा रहा है। ”बचपन“ के अनुसार मलिन बस्ती और जातखेड़ी में हर 50 बच्चों में से 33 बच्चे गंभीर रुप से कुपोषण के शिकार हैं। यह सर्वेक्षण इन दोनों बस्तियों के उन 50 बच्चों पर किया गया था, जिनकी उम्र 5 वर्ष से कम थी। यदि इस आंकड़े को प्रतिशत में परिर्विर्तत किया जाए तो इसका प्रतिशत 50 से भी ज्यादा है। पूरा लेख मीडिया ख़बर.कॉम पर। लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=115&tid=838
Wednesday, April 1, 2009
चौथी दुनिया किसी भविष्यवाणी के तहत नहीं आ रहा- संतोष भारतीय, संपादक, चौथी दुनिया
हिंदी का पहला साप्ताहिक अखबार चौथी दुनिया 16 साल बाद एक बार फिर से निकलने जा रहा है। पहली बार जब यह 1986 में शुरू हुआ था तब इसके संपादक संतोष भारतीय और स्वामी, मुद्रक और प्रकाशक कमल मोरारका थे. आज जब चौथी दुनिया की दूसरी पारी शुरू होने जा रही है तो फिर से इसके संपादक संतोष भारतीय और स्वामी, मुद्रक और प्रकाशक कमल मोरारका हैं.
पिछले 10-15 सालों में हिंदी पत्रकारिता के स्वरुप में बड़ा परिवर्तन आया है. ऐसे में चौथी दुनिया क्या एक बार फिर से पत्रकारिता की दुनिया में अपनी जगह बना पाएगी? चौथी दुनिया के सामने किस तरह की चुनौतियाँ होंगी? इन सभी मुद्दों पर मीडिया खबर.की चौथी दुनिया के संपादक संतोष भारतीय से खास बातचीत . बातचीत के प्रमुख अंश मीडिया ख़बर पर । लिंक : http://mediakhabar.com/topicdetails.aspx?mid=17&tid=832
झारखंड में नरेगा से जुड़ी समस्याओं के निवारण हेतु देश की पहली लोक अदालत की स्थापना
ध्यातव्य है कि कांग्रेस पार्टी की नज़र में , भले ही राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना बहुत ही सफल है, लेकिन हकीकत में इस योजना का हाल भी अन्य योजनाओं की तरह हो रहा है। विवाद इसका पीछा छोड़ने का नाम ही नहीं ले रही है। इस योजना का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन अभी भी कोसों दूर है। पुरा लेख मीडिया ख़बर पर।